विवाह पंजीकरण Online Application, स्टेटस, सर्टिफिकेट
Vivah Panjikaran – भारत में विवाह प्रमाणपत्र एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है, और हाल की गाइडलाइंस के मुताबिक, भारत सरकार ने इसको अनिवार्य बना दिया है। अब हर नागरिक को अपने विवाह के प्रमाणपत्र की आवश्यकता है, और इसे बनवाना अनिवार्य है। केंद्र सरकार द्वारा जारी नई दिशानिर्देशों के अनुसार, विवाह के बाद मैरिज सर्टिफिकेट बनवाना अब अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है। विवाह पंजीकरण के माध्यम से, आप इस दस्तावेज को प्राप्त कर सकते हैं, और इसके कई लाभ हैं। सरकार ने प्रत्येक राज्य के नागरिकों के लिए Vivah Panjikaran की आधिकारिक वेबसाइट को लॉन्च किया है, जिसके माध्यम से आप आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसलिए, यदि आप सरकार द्वारा शुरू किए गए मैरिज रजिस्ट्रेशन के तहत सभी विवरण प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़ना होगा, क्योंकि हमने इसमें Vivah Panjikaran से संबंधित सभी जानकारी प्रदान की है.
Vivah Panjikaran – विवाह पंजीकरण
- विवाह प्रमाणपत्र योजना के तहत, सभी शादीशुदा जोड़ों को अपनी शादी का रजिस्ट्रेशन करवाना होता है।
- शादी के रजिस्ट्रेशन के बाद, सरकार एक मैरिज सर्टिफिकेट भी प्रदान करती है, जो आपकी शादी का प्रूफ होता है।
- विवाह प्रमाणपत्र महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करता है और इससे आप महिलाओं को महिलाओं की घरेलू हिंसा, बाल विवाह, धोखाधड़ी, तलाक आदि जैसी समस्याओं से मिलने वाले कई लाभ होते हैं।
- यह रजिस्ट्रेशन भारत के किसी भी राज्य के नागरिकों के लिए आवश्यक है, और किसी भी धर्म का पालन करने वाले लोगों के लिए महत्वपूर्ण है।
Vivah Panjikaran – विवाह पंजीकरण – Overview
नाम | विवाह पंजीकरण, शादी प्रमाण पत्र ऑनलाइन आवेदन |
आरम्भ | भारत सरकार के द्वारा |
पंजीकरण की प्रक्रिया | ऑनलाइन |
उद्देश्य | विवाह पंजीकरण की ऑनलाइन व्यवस्था |
वर्ष | – |
लाभार्थी | नव विवाहित दंपत्ति |
Vivah Panjikaran – विवाह पंजीकरण का उद्देश्य
- विवाह पंजीकरण की सुविधा भारत सरकार द्वारा प्रदान की जाती है, जिससे महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा और सशक्ति मिलती है।
- विवाह पंजीकरण भारत के सभी धर्म, जाति, और क्षेत्र के लोगों के लिए अनिवार्य है और इसका मान्यता प्राप्त करने के लिए आपको आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होता है।
- इस पंजीकरण के माध्यम से महिलाओं को घरेलू हिंसा, बाल विवाह, पति की मृत्यु के बाद घर से बाहर निकाल दिया जाने जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
- मैरिज सर्टिफिकेट का प्राप्त करने के बाद, महिलाएं अपने अधिकारों की रक्षा करने के लिए साहसी होती हैं और उन्हें समाज में बेहतर प्रतिस्थापन मिलता है।
शादी प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन
यदि कोई विवाहित जोड़ा (किसी भी धर्म या जाती) अपनी शादी के बाद विवाह प्रमाणपत्र बनवाना चाहता है, तो उसे सबसे पहले विवाह पंजीकरण करवाना होगा। इसके लिए आपको अपने राज्य की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करवाना होगा। इस ऑनलाइन आवेदन के माध्यम से नागरिक अपने फ़ोन या लैपटॉप का उपयोग करके घर बैठे ही आवेदन कर सकते हैं, जिससे उनके पैसे और समय दोनों की बचत होगी। यदि कोई विवाहित जोड़ा ऑफलाइन आवेदन करवाना चाहता है, तो वह ऑफलाइन आवेदन भी आसानी से करवा सकता है.
- Marriage Registration करवाने के लिए एक निर्धारित शुल्क का भुगतान करना होगा।
- विवाह पंजीकरण करवाना सभी विवाहित जोड़ों के लिए अनिवार्य है।
- यदि नवविवाहित जोड़ा समय से अपना विवाह पंजीकरण नहीं करवाता, तो उन्हें जुर्माना भी देना पड़ सकता है।
- जुर्माने की राशि सभी नवविवाहित जोड़ों के लिए अलग-अलग राज्यों के लिए अलग-अलग निर्धारित की गई है।
Vivah Panjikaran:- विवाह पंजीकरण आवेदन के लाभ एवं विशेषताएं
- केंद्र सरकार ने भारत में सभी विवाहित जोड़ों के लिए Vivah Panjikaran को अनिवार्य कर दिया है।
- विवाह प्रमाण पत्र महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करने में मददगार साबित होगा और भारत के हर धर्म के नागरिकों को शादी के बाद अपना विवाह प्रमाण पत्र बनवाना होता है।
- कई अन्य सरकारी दस्तावेज बनाने के लिए भी विवाह प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है, और आप अपने राज्य की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना विवाह प्रमाण पत्र ऑनलाइन आवेदन भी कर सकते हैं।
- यदि आप ऑनलाइन प्रक्रिया से विवाह प्रमाण पत्र नहीं बना पा रहे हैं, तो आप ऑफलाइन आवेदन के माध्यम से भी विवाह प्रमाण पत्र बना सकते हैं।
- विवाह पंजीकरण कराने के लिए आपको एक निर्धारित शुल्क का भुगतान करना होगा, और अगर आप समय पर विवाह पंजीकरण नहीं करवाते हैं, तो आपको जुर्माना भी देना होगा।
- पति की मृत्यु के मामले में, यदि पत्नी के पास विवाह प्रमाण पत्र है, तो उसे अपने सभी अधिकार प्राप्त हो सकते हैं।
- आप शादी का पंजीकरण कराकर भी नागरिकता प्राप्त कर सकते हैं, और विवाह पंजिकरण भी बाल विवाह को रोकने में अहम भूमिका निभाएगा।
Vivah Panjikaran:- विवाह पंजीकरण के तहत पात्रता मानदंड
- पुरुष की आयु 21 वर्ष और महिला की आयु 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
- विवाह के निश्चित न्यूनतम आयु को पास करना आवश्यक है, अन्यथा कार्रवाई की जा सकती है।
- आवेदक का पति या पत्नी भारत के स्थाई निवासी होना चाहिए।
- विवाह के 1 महीने के अंदर Vivah Panjikaran करवाना अनिवार्य है।
- आवेदन करते समय, यदि कोई व्यक्ति पहले से तलाकशुदा है, तो उन्हें अपने तलाक का प्रमाण पत्र भी जमा कराना होगा।
Vivah Panjikaran:- विवाह पंजीकरण के लिए जरूरी डाक्यूमेंट्स
- वर और वधू का आधार कार्ड
- वर और वधू का आयु प्रमाण पत्र
- वर और वधू के पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
- विदेश में शादी की स्थिति में एंबेसी द्वारा नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट
- शादी का निमंत्रण कार्ड
- शादी के समय की तस्वीर
- शादी के समय दो गवाह के बारे में पूरी जानकारी और उनका प्रमाण पत्र
- आवासीय प्रमाण पत्र
Vivah Panjikaran:- विवाह पंजीकरण ऑनलाइन कराने की प्रक्रिया
- मैरिज रजिस्ट्रेशन की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- वेबसाइट के होम पेज पर “अप्लाई नाउ” के विकल्प पर क्लिक करें।
- एक नया पेज खुलेगा, जहां आप पंजीकरण फॉर्म देख सकते हैं।
- फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारी भरें, जैसे आपका नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, आदि।
- आवश्यक दस्तावेजों को अपलोड करें और “सब्मिट” बटन दबाकर अपना आवेदन जमा करें।
- इस तरीके से आपका विवाह पंजीकरण का ऑनलाइन प्रक्रिया पूरा हो जाएगा।
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